अध्याय 11 मैं सबसे छोटी होऊँ

मैं सबसे छोटी होऊँ,
तेरी गोदी में सोऊँ,
तेरा अंचल पकड़-पकड़कर
फिरूँ सदा माँ! तेरे साथ,
कभी न छोड़ूँ तेरा हाथ!
बड़ा बनाकर पहले हमको
तू पीछे छलती है मात!
हाथ पकड़ फिर सदा हमारे
साथ नहीं फिरती दिन-रात!

अपने कर से खिला, धुला मुख,
धूल पोंछ, सज्जित कर गात,
थमा खिलौने, नहीं सुनाती
हमें सुखद परियों की बात!
ऐसी बड़ी न होऊँ मैं
तेरा स्नेह न खोऊँ मैं,
तेरे अंचल की छाया में
छिपी रहूँ निस्पृह, निर्भय,
कहूँ-दिखा दे चंद्रोदय!

$\square$ सुमित्रानंदन पंत

प्रश्न-अभ्यास

कविता से

1. कविता में सबसे छोटे होने की कल्पना क्यों की गई है?

2. कविता में ‘ऐसी बड़ी न होऊँ मैं’ क्यों कहा गया है? क्या तुम भी हमेशा छोटे बने रहना पसंद करोगे?

3. आशय स्पष्ट करो-

हाथ पकड़ फिर सदा हमारे

साथ नहीं फिरती दिन-रात!

4. अपने छुटपन में बच्चे अपनी माँ के बहुत करीब होते हैं। इस कविता में नज़दीकी की कौन-कौन सी स्थितियाँ बताई गई हैं?

कविता से आगे

1. तुम्हारी माँ तुम लोगों के लिए क्या-क्या काम करती है?

2. यह क्यों कहा गया है कि बड़ा बनाकर माँ बच्चे को छलती है?

3. उन क्रियाओं को गिनाओ जो इस कविता में माँ अपनी छोटी बच्ची या बच्चे के लिए करती है।

अनुमान और कल्पना

1. इस कविता के अंत में कवि माँ से चंद्रोदय दिखा देने की बात क्यों कर रहा है? चाँद के उदित होने की कल्पना करो और अपनी कक्षा में बताओ।

2. इस कविता को पढ़ने के बाद एक बच्ची और उसकी माँ का चित्र तुम्हारे मन में उभरता है। वह बच्ची और क्या-क्या कहती होगी? क्या-क्या करती होगी? कल्पना करके एक कहानी बनाओ।

3. माँ अपना एक दिन कैसे गुज़ारती है? कुछ मौकों पर उसकी दिनचर्या बदल जाया करती है जैसे-मेहमानों के आ जाने पर, घर में किसी के बीमार पड़ जाने पर या त्योहार के दिन। इन अवसरों पर माँ की दिनचर्या पर क्या फ़र्क पड़ता है? सोचो और लिखो।

भाषा की बात

1. नीचे दिए गए शब्दों में अंतर बताओ, उनमें क्या फ़र्क है?

स्नेह - प्रेम ग्रह - गृह
शांति - सन्नाटा निधन - निर्धन
धूल - राख समान - सामान

2. कविता में ‘दिन-रात’ शब्द आया है। दिन रात का विलोम है। तुम ऐसे चार शब्दों के जोड़े सोचकर लिखो जो विलोम शब्दों से मिलकर बने हों। जोड़ों के अर्थ को समझने के लिए वाक्य भी बनाओ।

कुछ करने को

कक्षा में बच्चों को उनकी मरज़ी से दो समूहों में रखें-

(क) एक समूह में वे जो छोटे बने रहना चाहते हैं।

(ख) दूसरे समूह में वे जो बड़े होना चाहते हैं।

  • इन दोनों समूह के सभी बच्चे एक-एक कर बताएँगे कि वे क्यों छोटा बने रहना चाहते हैं या क्यों बड़ा होना चाहते हैं।


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